जौनपुर। आरटीओ वाराणसी ने सुबह 10 बजे ही एआरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्वयं एआरटीओ ही गायब रहे। इसके साथ ही मौके पर केवल दो बाबू उपस्थित रहे। जिसके बाद आरटीओ वाराणसी ने सभी को अनुपस्थित करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। गौरतलब हो कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा है कि भ्रष्ट अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। शुक्रवार को विकास भवन के लेखा परीक्षक को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था।
इसे भी पढ़ें : प्राथमिक विद्यालय में होली मिलन समारोह
अधिकारियों की अनुपस्थिति कार्य के प्रति लापरवाही
आरटीओ वाराणसी शिखर ओझा ने शनिवार को एआरटीओ कार्यालय, जौनपुर में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एआरटीओ अधिकारी सहित कई कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। आरटीओ ने अनुपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। अधिकारियों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकती है। अधिकारियों की अनुपस्थिति कार्य के प्रति उनकी लापरवाही को दर्शाता है। इस प्रकार के औचक निरीक्षण से सरकारी कार्यालयों में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा मिलता है।
इसे भी पढ़ें : रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुए विकास भवन के लेखा परीक्षक