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विशिष्ट अतिथि पत्रकार अब्दुल हक अंसारी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में छात्र-छात्राओं में जोश भरते हुए कहा कि दिल में हसरत हो हमेशा ऊंची उड़ान का। छू लेने की तमन्ना हो चांद आसमान का। यूं तो बुजदिल चल नहीं सकते मंजिल के दस कदम। बहादुरों को मिलते देखा है तगमा महान का।। उन्होंने वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई, बेगम रजिया सुल्ताना, समाज सेविका मदर टेरेशा, उड़न परी पीटी ऊषा, सानिया मिर्जा, अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स, सियासत की दुनिया में इतिहास नहीं भूगोल बदलने वाली पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी, आदर्श नारी मां सीता तथा कई नामचीन महिला आईएएस, आईपीएस सहित आदि बहादुर नारियों का उदाहरण देते हुए छात्राओं का आह्वान किया वे भी इनके नक्शे कदम पर चलकर अपना नाम देश दुनिया में रौशन करें।
इसी क्रम में बीआरपी इंटर कॉलेज जौनपुर के प्रधानाचार्य डॉ. सुबाष सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्कूल कालेज किसी बड़े मंदिर से कम नहीं होते, क्योंकि विद्या मंदिर से ही बच्चों के भविष्य संवारे जाते हैं। इसी विद्या मंदिरों से निकले ही बच्चे राष्ट्र को संवारने का कार्य करते हैं। उन्होंने खासतौर से माता-पिता व गुरु को आदरणीय व वंदनीय बताते हुए कहा कि इनका आदर सम्मान करके ही कोई आगे बढ़ सकता है। इस अवसर पर पत्रकार ऋषिकेश त्रिपाठी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने आए हुए अतिथियों का स्वागत कर आभार प्रकट किया तथा अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. जेपी पाठक, डा. अजीत कुमार मिश्र, डा. प्रतिमा सिंह, डा. सूर्जोदय भट्टाचार्य, डा. मनोज दूबे, बबलू सिंह, भाजपा नेता सदानंद राय, मनोज राय, अजीत यादव, राय साहब यादव आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया। छात्र छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। डॉ. अमित कुमार शुक्ल ने महाविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत किया। संचालन संयोजक डॉ. नेहा कन्नौजिया ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण कर व दीप प्रज्वलित से किया गया।