महराजगंज, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के ब्लाक कार्यालय के करीब डेढ़ किमी उत्तर मेन सड़क पर स्थित एबीएस इंटरनेशनल महराजगंज स्कूल की बस की कमानी टूट जाने से शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे गोठवा गांव के समीप भटौली मार्ग पर करीब छह फिट खेत में पलट गयी। मौसम खराब की वजह से बस में आज 20 ही बच्चे बैठे थे जिसमें से आधा दर्जन बच्चों को चोटें आयी। बाकी सब बाल—बाल बचा लिए गये। घायल बच्चों का इलाज प्राईवेट अस्पतालों में कराया जा रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस छानबीन करने में जुटी है।
जानकारी के अनुसार अनिरूद्ध बहादुर सिंह इंटरनेशनल स्कूल महराजगंज की बस सुबह—सुबह स्कूल में पढ़ने वाले छोटे—छोटे बच्चों को उनके घरों से लाने गयी थी। बस बरईपार तक पहुंच विभिन्न गांवों से 20 बच्चों बैठाकर जब भटौली रोड पर गोठवा गांव के समीप पहुंची तो बस की कमानी टूट गयी। कमानी टूटने से बस का बैलेंस बिगड़ गया जिससे बस पलट गयी। चीख पुकार की आवाज सुन गांव के लोग दौड़ पड़े। पलटी बस का खिड़कियों का शीशा तोड़ किसी तरह ग्रामीणों ने बच्चों को सुरक्षित निकाला लिया। बस में सवार 20 बच्चों में छह बच्चे को चोटें आयी घायल बच्चों का इलाज प्राइवेट चिकित्सकों के यहां करायी जा रही है। स्कूली बस पलटने की खबर की पता चलते ही स्कूल के ट्रस्टी प्रबंधक लालशेखर सिंह, प्रिंसिपल सतीश सिंह और कोतवाल हरिनाथ भारती अपने सहयोगियों के साथ आनन—फानन में मौके पर पहुंचे। घायल बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंच कर अपने—अपने बच्चों का इलाज प्राईवेट चिकित्सकों से करा रहे है।
घायल बच्चों का नाम आरव मिश्र पुत्र पिन्टू कक्षा यूकेजी बरईपार, विराट मिश्र यूकेजी पुत्र दिनेश बरईपार, शाहिल पुत्र शौकत कक्षा तीन रामपुर सकरा, आस्तिक पुत्र संतोष कक्षा तीन निवासी अढनपुर, अर्पित यादव पुत्र अमित कक्षा दो निवासी भटौली, विशाल सरोज पुत्र राजनरायण निवासी कंधी सभी घायलों का इलाज प्राईवेट चिकित्सकों के यहां कराया जा रहा है। बस ड्राईवर राजेपुर निवासी रामजीत यादव का कहना हैं कि बस की कमानी टूट गयी। मैंने बचाने का बहुत प्रयास किया। ग्रामीण का कहना हैं कि बस में ड्राईवर के अलावा बच्चों की देख—रेख के लिए अन्य कोई खलासी तक भी नहीं था जबकि ऱात से ही मौसम खराब चल रहा है। रह—रहकर बूदाबांदी हो रही थी। फिर भी बस अकेले ड्राईवर ही लेकर आया था। जिस पर लापरवाही का प्रश्न चिन्ह भी उठ रहा है कि नौनिहाल बच्चों की देखभाल अकेले ड्राईवर के भरोसे कैसे हो सकती है?
जानकारी के अनुसार अनिरूद्ध बहादुर सिंह इंटरनेशनल स्कूल महराजगंज की बस सुबह—सुबह स्कूल में पढ़ने वाले छोटे—छोटे बच्चों को उनके घरों से लाने गयी थी। बस बरईपार तक पहुंच विभिन्न गांवों से 20 बच्चों बैठाकर जब भटौली रोड पर गोठवा गांव के समीप पहुंची तो बस की कमानी टूट गयी। कमानी टूटने से बस का बैलेंस बिगड़ गया जिससे बस पलट गयी। चीख पुकार की आवाज सुन गांव के लोग दौड़ पड़े। पलटी बस का खिड़कियों का शीशा तोड़ किसी तरह ग्रामीणों ने बच्चों को सुरक्षित निकाला लिया। बस में सवार 20 बच्चों में छह बच्चे को चोटें आयी घायल बच्चों का इलाज प्राइवेट चिकित्सकों के यहां करायी जा रही है। स्कूली बस पलटने की खबर की पता चलते ही स्कूल के ट्रस्टी प्रबंधक लालशेखर सिंह, प्रिंसिपल सतीश सिंह और कोतवाल हरिनाथ भारती अपने सहयोगियों के साथ आनन—फानन में मौके पर पहुंचे। घायल बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुंच कर अपने—अपने बच्चों का इलाज प्राईवेट चिकित्सकों से करा रहे है।
घायल बच्चों का नाम आरव मिश्र पुत्र पिन्टू कक्षा यूकेजी बरईपार, विराट मिश्र यूकेजी पुत्र दिनेश बरईपार, शाहिल पुत्र शौकत कक्षा तीन रामपुर सकरा, आस्तिक पुत्र संतोष कक्षा तीन निवासी अढनपुर, अर्पित यादव पुत्र अमित कक्षा दो निवासी भटौली, विशाल सरोज पुत्र राजनरायण निवासी कंधी सभी घायलों का इलाज प्राईवेट चिकित्सकों के यहां कराया जा रहा है। बस ड्राईवर राजेपुर निवासी रामजीत यादव का कहना हैं कि बस की कमानी टूट गयी। मैंने बचाने का बहुत प्रयास किया। ग्रामीण का कहना हैं कि बस में ड्राईवर के अलावा बच्चों की देख—रेख के लिए अन्य कोई खलासी तक भी नहीं था जबकि ऱात से ही मौसम खराब चल रहा है। रह—रहकर बूदाबांदी हो रही थी। फिर भी बस अकेले ड्राईवर ही लेकर आया था। जिस पर लापरवाही का प्रश्न चिन्ह भी उठ रहा है कि नौनिहाल बच्चों की देखभाल अकेले ड्राईवर के भरोसे कैसे हो सकती है?
Tags
Jaunpur