सुरेरी, जौनपुर। एक तरफ जहां सरकार आम जनमानस की जटिलतम व्यवस्था को सरल व सुचारू बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं निकाल कर लाखों करोड़ों रुपये पानी की तरह बहा रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकार के ही कुछ चंद लापरवाह कर्मचारियों के कारण सरकार के इस मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। उदाहरण के तौर पर विकासखंड रामपुर के ठाठर गांव को देखा जा सकता है जहां एक राजस्व कर्मचारी द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के आवेदकों से ऑनलाइन, शपथ पत्र व खतौनी के नाम पर दो सौ रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। जिसका वीडियो भी वायरल होने के बाद विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार विकासखंड रामपुर के ठाठर गांव के लेखपाल मंसूद वेग द्वारा गांव के अनुसूचित जाति के लोगों से किसान सम्मान योजना में आवेदन के लिए दो सौ रुपये तक की अवैध वसूली की जा रही है। वहीं गांव के किसान मंगरू गौतम, केसरा देवी, सीता राम, राकेश, कैलाश, कपिल, राजेश, धर्मा देवी आदि लोगों ने बताया कि अबैध वसूली के बारे पूछे जाने पर लेखपाल द्वारा यह बताया जा रहा है कि शपथ पत्र, खतौनी हलफनामा व ऑनलाइन कराने के लिए दो सौ रुपये की वसूली की जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ जहां सरकार किसानों को राहत देने के लिए इस योजना को संचालित कर रही है वहीं राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा किसानों को राहत न देकर उनका ही शोषण किया जा रहा है। वहीं राजस्व कर्मचारियों द्वारा किसानों से की जा रही दो सौ रुपये की अवैध वसूली की वीडियो भी वायरल हो गया वहीं वीडियो वायरल होने के बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। अब सवाल यह उठता है कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत किसानों को राहत ना देकर उनसे अवैध वसूली की जा रही है उसके बाद भी विभाग अनजान बना हुआ है और राजस्व कर्मचारी अवैध वसूली पर अपने मंसूबों में कामयाब होता नजर आ रहा हैं।
इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं मोती लाल यादव ने बताया कि जानकारी नहीं है जांच कर दोषी पाए जाने वाले लेखपाल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार विकासखंड रामपुर के ठाठर गांव के लेखपाल मंसूद वेग द्वारा गांव के अनुसूचित जाति के लोगों से किसान सम्मान योजना में आवेदन के लिए दो सौ रुपये तक की अवैध वसूली की जा रही है। वहीं गांव के किसान मंगरू गौतम, केसरा देवी, सीता राम, राकेश, कैलाश, कपिल, राजेश, धर्मा देवी आदि लोगों ने बताया कि अबैध वसूली के बारे पूछे जाने पर लेखपाल द्वारा यह बताया जा रहा है कि शपथ पत्र, खतौनी हलफनामा व ऑनलाइन कराने के लिए दो सौ रुपये की वसूली की जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ जहां सरकार किसानों को राहत देने के लिए इस योजना को संचालित कर रही है वहीं राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों द्वारा किसानों को राहत न देकर उनका ही शोषण किया जा रहा है। वहीं राजस्व कर्मचारियों द्वारा किसानों से की जा रही दो सौ रुपये की अवैध वसूली की वीडियो भी वायरल हो गया वहीं वीडियो वायरल होने के बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। अब सवाल यह उठता है कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे इस महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत किसानों को राहत ना देकर उनसे अवैध वसूली की जा रही है उसके बाद भी विभाग अनजान बना हुआ है और राजस्व कर्मचारी अवैध वसूली पर अपने मंसूबों में कामयाब होता नजर आ रहा हैं।
इस संदर्भ में उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं मोती लाल यादव ने बताया कि जानकारी नहीं है जांच कर दोषी पाए जाने वाले लेखपाल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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